Published on: March 1, 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच हुई मुलाकात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि राजनीति में चीजें कितनी तेजी से बदल सकती हैं। यह मुलाकात शुरुआती 35 मिनट तक बिल्कुल सामान्य और सकारात्मक रही, लेकिन आखिरी 10 मिनट में स्थिति पूरी तरह बदल गई। वेंस (Vance) की एक टिप्पणी ने इस मुलाकात को तकराव में बदल दिया, जिसने दोनों नेताओं के बीच तनाव को और बढ़ा दिया।
शुरुआत: सब ठीक-ठाक
ज़ेलेंस्की ने ट्रंप की नीतियों और अमेरिका के साथ संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जताई। यह समय ऐसा लग रहा था कि दोनों देशों के बीच सहयोग और गहरा होगा। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों, रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक सुरक्षा पर चर्चा की। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को ‘मजबूत नेता’ कहा, जबकि ज़ेलेंस्की ने अमेरिका की दी गई सैन्य सहायता के लिए धन्यवाद दिया।ज़ेलेंस्की ने ट्रंप की नीतियों और अमेरिका के साथ संबंधों को मजबूत करने की इच्छा जताई। यह समय ऐसा लग रहा था कि दोनों देशों के बीच सहयोग और गहरा होगा।
आखिरी 10 मिनट: वेंस की बात और झगड़ा
हालांकि, मुलाकात के आखिरी 10 मिनट में स्थिति बदल गई। जब वेंस (संभवतः एक सलाहकार या राजनीतिक व्यक्ति) ने एक संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी की, तो बातचीत का रुख बदल गया। वेंस ने यूक्रेन में अमेरिकी हितों और जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन से जुड़े मामले को उठाया। इस पर ट्रंप ने ज़ेलेंस्की से सवाल किया कि क्या यूक्रेन हंटर बाइडन के खिलाफ जांच शुरू करेगा।
ज़ेलेंस्की ने इस सवाल को यूक्रेन की संप्रभुता के लिए खतरा माना और उन्होंने ट्रंप के दबाव को ठुकरा दिया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस छिड़ गई। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर अमेरिकी हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया, जबकि ज़ेलेंस्की ने कहा कि वे किसी भी देश के दबाव में काम नहीं करेंगे।

तेज बहस: ट्रंप-ज़ेलेंस्की आमने-सामने
ज़ेलेंस्की ने वेंस की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका अपनी सहायता रोकता है, तो इससे रूस को और अधिक ताकत मिलेगी। इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि यूरोपीय देशों को भी बराबर योगदान देना चाहिए और अमेरिका को हर बार अकेले जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए।
बातचीत के दौरान ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच शब्दों का आदान-प्रदान तीखा हो गया। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को "हमेशा मदद मांगने वाला" बताया, जबकि ज़ेलेंस्की ने पलटवार करते हुए कहा कि यह सहायता लोकतंत्र की रक्षा के लिए है, न कि किसी व्यक्तिगत लाभ के लिए।

कैमरों के सामने टकराव
इस मुलाकात में कैमरे भी मौजूद थे, जिससे यह पूरी बहस सार्वजनिक हो गई। ट्रंप की नाराजगी और ज़ेलेंस्की की तीखी प्रतिक्रिया ने इसे और अधिक सुर्खियों में ला दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह टकराव ट्रंप की चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसमें वे अमेरिका की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश देना चाहते हैं।
35 मिनट तक ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच सब कुछ सामान्य था, लेकिन आखिरी 10 मिनट ने पूरी बातचीत की दिशा बदल दी। वेंस की टिप्पणी ने इस चर्चा को तीखी बहस में बदल दिया, जिससे अमेरिका और यूक्रेन के बीच बढ़ते मतभेद सामने आए। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह तनाव कितना बढ़ता है और क्या दोनों देश किसी समझौते पर पहुंच पाते हैं।