महाकुंभ 2025 के लिए पश्चिमी रेलवे ने शुरू की स्पेशल ट्रेनों की घोषणा: रूट और शेड्यूल की जानकारी

Published on: January 5, 2025

Mahakumbh Railway special trains schedule and all information

महाकुंभ 2025 के लिए भारतीय रेलवे ने विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुविधाजनक बनाया जा सके। प्रयागराज (इलाहाबाद) में आयोजित इस भव्य धार्मिक आयोजन में करोड़ों लोग हिस्सा लेते हैं। उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए, रेलवे प्रशासन ने विशेष ट्रेनों की योजना बनाई है। यह प्रयास श्रद्धालुओं को समय पर गंतव्य तक पहुंचाने और उनकी यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

महाकुंभ स्पेशल ट्रेन सेवाएं

रेलवे ने महाकुंभ के दौरान विशेष ट्रेनों की सूची जारी की है, जिनमें अलग-अलग मार्गों पर चलने वाली ट्रेनें शामिल हैं। ये ट्रेनें पश्चिमी रेलवे, मध्य रेलवे, और अन्य जोनल रेलवे के माध्यम से संचालित की जाएंगी।

  1. साबरमती-लखनऊ स्पेशल (ट्रेन संख्या 09469):
    • प्रस्थान: साबरमती से 6 जनवरी को सुबह 11:00 बजे।
    • गंतव्य: अगले दिन सुबह 11:00 बजे लखनऊ।
    • स्टॉपेज: महेसाणा, आबू रोड, अजमेर, जयपुर, टूंडला आदि प्रमुख स्टेशन।
  2. भावनगर टर्मिनस-लखनऊ स्पेशल (ट्रेन संख्या 09235):
    • प्रस्थान: 8 जनवरी को रात 8:20 बजे भावनगर से।
    • गंतव्य: लखनऊ पहुंचने का समय सुबह 4:00 बजे।
    • स्टॉपेज: सुरेंद्रनगर, आबू रोड, अजमेर, जयपुर, आगरा फोर्ट, और कानपुर।
  3. मुंबई सेंट्रल-लखनऊ स्पेशल (ट्रेन संख्या 09011):
    • प्रस्थान: 6 जनवरी को सुबह 11:00 बजे।
    • गंतव्य: अगले दिन दोपहर 1:00 बजे लखनऊ।
    • स्टॉपेज: वापी, वलसाड, उज्जैन, नागदा, झांसी और कानपुर।

विशेष सुविधाएं

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने 3,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। इनमें से:

  • 1,800 ट्रेनें छोटी दूरी के लिए चलाई जाएंगी।
  • 700 ट्रेनें लंबी दूरी के यात्रियों के लिए होंगी।
  • 560 ट्रेनें प्रयागराज के रिंग रेल नेटवर्क पर संचालित होंगी।

इसके अतिरिक्त, प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों को प्रयाग स्टेशन पर 2 मिनट का ठहराव दिया जाएगा। यह सुविधा 10 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक उपलब्ध होगी, ताकि यात्री आसानी से महाकुंभ स्थल पर पहुंच सकें।

बैंक की छुट्टियां : 4 से 26 जनवरी के बीच इतने दिन बंद रहेंगे बैंक

यात्रियों के लिए सुझाव

महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे समय पर अपनी टिकट बुक करें और यात्रा के दौरान रेलवे द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

  • विशेष ट्रेनों की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट और पीआरएस काउंटरों पर उपलब्ध होगी।
  • यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और सुरक्षा मानकों का पालन करें।
  • प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

महाकुंभ भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का अद्वितीय पर्व है। इसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। रेलवे प्रशासन का यह प्रयास इस आयोजन को सफल और सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की यह तैयारी न केवल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखती है, बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का भी माध्यम बनती है।

Related Articles

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक नई और चौंकाने वाली घोषणा की। उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ से मिलने वाली आय का उपयोग अमेरिका के नागरिकों को आयकर से मुक्ति दिलाने में किया जाएगा। ट्रंप का यह प्रस्ताव अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नया दिशा देने की कोशिश करता ह
Coca Cola, जिसे दुनिया एक आम कोल्ड ड्रिंक ब्रांड के रूप में जानती है, असल में एक ऐसा वर्जन भी तैयार करती है जो हर किसी के लिए नहीं होता। जी हाँ, आपने कभी गौर किया है एक ऐसी बोतल पर, जिसकी कैप आम लाल या काली नहीं बल्कि पीले रंग की होती है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने (पारस्परिक टैरिफ) की नीति लागू करते हुए भारत समेत कई देशों पर 26% आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया है। इस नीति के तहत अमेरिका उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना अन्य देश अमेरिकी सामान पर लगाते हैं। भारत के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि

About Author

नमस्ते! मैं एक उत्साही लेखक हूं जिसे खबरों और सामयिक विषयों में गहरी रुचि है। शेयर मार्केट और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर मैं अपनी राय और विश्लेषण इस ब्लॉग के माध्यम से साझा करता हूं। मेरा लक्ष्य है कि आपको तथ्यपूर्ण जानकारी और विषयों की गहरी समझ प्रदान कर सकूं। इस मंच के जरिए, मैं समाज को जागरूक करने और विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का प्रयास करता हूं। आपकी प्रतिक्रियाएं मेरे लेखन को और बेहतर बनाने में सहायक होंगी। धन्यवाद!