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टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवा शाखा, टाटा कैपिटल, ने अपने पहले आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश) की तैयारी शुरू कर दी है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी करीब ₹15,000 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है, जो भारतीय बाजार में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
आईपीओ की जरूरत और उद्देश्य
यह आईपीओ भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के उन नियमों का पालन करने के लिए है, जो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को 2025 तक सूचीबद्ध होने के लिए अनिवार्य करते हैं। टाटा कैपिटल अपने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और बढ़ते पोर्टफोलियो के दम पर बाजार में प्रवेश करने जा रही है।
टाटा कैपिटल का परिचय
टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की एक प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करती है:
- टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज
- टाटा कैपिटल हाउसिंग फाइनेंस
- टाटा क्लीनटेक कैपिटल
पिछले वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी ने ₹18,178 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34% अधिक है।
आईपीओ की मुख्य विशेषताएं
- राशि जुटाने का उद्देश्य: आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी के विस्तार, डिजिटल तकनीक में निवेश, और नई परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा।
- प्रमुख सलाहकार: टाटा ग्रुप ने इस आईपीओ के लिए कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग को प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया है और अन्य सलाहकारों को जनवरी 2025 तक जोड़ा जाएगा।
- शेयर संरचना: इस आईपीओ में प्राइमरी और सेकेंडरी दोनों प्रकार की शेयर बिक्री शामिल होगी।
बाजार की प्रतिक्रिया
टाटा कैपिटल के आईपीओ की घोषणा के बाद टाटा ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में सकारात्मक उछाल देखा गया।
- टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के शेयर 12.6% बढ़कर ₹7,349.95 तक पहुंच गए।
- टाटा मोटर्स के शेयर में 3.2% की वृद्धि दर्ज की गई।
टाटा ग्रुप का दूसरा बड़ा आईपीओ
यह टाटा ग्रुप का दो दशक में दूसरा आईपीओ है। इससे पहले, 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज ने अपने सफल आईपीओ से बाजार में प्रवेश किया था। टाटा कैपिटल का यह कदम न केवल आरबीआई के नियमों का पालन करेगा, बल्कि कंपनी की पारदर्शिता और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को भी मजबूती देगा।
निवेशकों के लिए अवसर
टाटा कैपिटल का आईपीओ भारतीय निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है। कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और विविध पोर्टफोलियो को देखते हुए, यह निवेशकों के लिए आकर्षक साबित हो सकता है।
टाटा कैपिटल का यह आईपीओ भारतीय बाजार में टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवाओं को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है। कंपनी की यह पहल न केवल पूंजी जुटाने का माध्यम बनेगी, बल्कि इसकी विश्वसनीयता और बाजार हिस्सेदारी को भी बढ़ावा देगी। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।