Published on: February 22, 2025

तेलंगाना में एक भयावह हादसा तब हुआ जब राज्य के निजामाबाद जिले में स्थित SLBC (श्रीराम सागर लिफ्ट बांध परियोजना) टनल का एक हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। इस घटना में 6 मजदूर मलबे में दब गए, जबकि 43 अन्य को सुरक्षित निकाला गया। यह घटना राज्य में चल रही इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर गई है।
हादसे का विवरण
यह दुर्घटना नलगोंडा जिले में स्थित एसएलबीसी सुरंग के अंदर हुई, जहां पानी की आपूर्ति के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा था। अचानक टनल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया, जिससे वहां काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुरंग में अचानक कंपन महसूस हुआ, और देखते ही देखते वहां मौजूद मिट्टी और कंक्रीट का बड़ा हिस्सा गिर पड़ा।मलबे के नीचे दबे मजदूरों को बचाने के लिए तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान में जुट गईं। अब तक 43 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन 6 अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।

बचाव अभियान जारी
टनल के अंदर ऑक्सीजन की कमी और मलबे के ढेर के कारण राहत कार्यों में चुनौतियां आ रही हैं, लेकिन एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन पूरी कोशिश कर रहे हैं। बचाव दल के अनुसार, मलबे में फंसे मजदूरों के जिंदा होने की संभावना अभी भी बनी हुई है, और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
43 मजदूरों को बचाया गया
अब तक कुल 43 मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। राहत दलों ने तेजी से काम करते हुए इन मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इनमें से कुछ मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है।
इस दुर्घटना के बाद टनल निर्माण में बरती जा रही सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, सुरंग निर्माण में कुछ तकनीकी खामियां हो सकती हैं, जिनके कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

सरकार की प्रतिक्रिया
तेलंगाना सरकार ने इस घटना पर गंभीरता से प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और मलबे में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया है। साथ ही, उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का भी वादा किया है।
तेलंगाना में SLBC टनल का हिस्सा गिरने का यह हादसा न केवल जानमाल के नुकसान का कारण बना है, बल्कि यह बड़ी परियोजनाओं में सुरक्षा मानकों की कमी की ओर भी इशारा करता है। अब सवाल यह है कि क्या इस घटना के बाद राज्य सरकार और निर्माण कंपनियां अपनी प्रक्रियाओं में सुधार करेंगी? जब तक 6 फंसे मजदूरों को बचाया नहीं जाता, तब तक यह घटना लोगों के दिलों में एक डरावनी याद के रूप में बनी रहेगी।