
हाकुंभ, जो भारतीय संस्कृति और धर्म का एक प्रमुख पर्व है, इस बार खास बना जब भारत के गृह मंत्री अमित शाह अपने परिवार संग इस पवित्र आयोजन में पहुंचे। अमित शाह ने महाकुंभ में भाग लेकर न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लिया, बल्कि गंगा आरती और विशेष पूजा के माध्यम से आस्था का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
पवित्र स्नान और पूजा
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने परिवार के साथ गंगा स्नान किया और पवित्र जल से भगवान की आराधना की। कहा जाता है कि महाकुंभ में गंगा स्नान करने से जीवन के सभी पापों का नाश होता है और आत्मा शुद्ध होती है। शाह परिवार ने इस धार्मिक परंपरा का पालन करते हुए पूरे विधि-विधान के साथ स्नान किया और पूजा-अर्चना की।
अमित शाह ने इस अवसर पर कहा,
"महाकुंभ हमारी सनातन संस्कृति का प्रतीक है। यहां आकर जो शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, वह अद्वितीय है।"

गंगा आरती में शामिल हुए
महाकुंभ के दौरान गंगा आरती एक प्रमुख आकर्षण होती है। अमित शाह ने अपने परिवार के साथ हर की पौड़ी पर होने वाली दिव्य गंगा आरती में हिस्सा लिया। गंगा आरती के दौरान मंत्रोच्चार, घंटियों की ध्वनि और दीपों की जगमगाहट ने पूरे माहौल को अलौकिक बना दिया। अमित शाह और उनके परिवार ने गंगा मां से आशीर्वाद मांगा और देश की समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की।
संतों और साधुओं से मुलाकात
महाकुंभ में पहुंचे गृह मंत्री ने कई संतों और साधुओं से भी भेंट की। उन्होंने कुंभ मेले में जुटे अखाड़ों के प्रमुख संतों से बातचीत की और भारतीय संस्कृति और धार्मिक मूल्यों पर चर्चा की। इस दौरान संतों ने अमित शाह को आशीर्वाद दिया और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ का आयोजन हर 12 वर्षों में चार प्रमुख तीर्थस्थलों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक—में होता है। यह पर्व भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का सबसे बड़ा उत्सव है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने आते हैं।
गृह मंत्री अमित शाह का इस आयोजन में भाग लेना उनकी भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति गहरी आस्था को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि "भारतीय एकता और सामूहिकता का प्रतीक" है।

समाज के लिए संदेश
महाकुंभ में शामिल होकर गृह मंत्री ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का पालन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपनी जड़ों से जुड़ें और भारतीय धरोहर को संरक्षित रखें।
गृह मंत्री अमित शाह का महाकुंभ में शामिल होना न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसने यह दिखाया कि भारतीय परंपराएं, चाहे कितनी भी प्राचीन क्यों न हों, आज भी उतनी ही प्रासंगिक और प्रेरणादायक हैं। गंगा मां की आराधना और संतों का आशीर्वाद लेकर उन्होंने देश के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।