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क्या आप जानते हैं कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार में कौन-कौन शामिल हैं और उनके परिवार के सदस्य क्या कर रहे हैं? डॉ. मनमोहन सिंह का परिवार हमेशा सादगी और गरिमा का प्रतीक रहा है। उन्होंने कभी भी अपने पिता की पोजीशन का फायदा उठाने की कोशिश नहीं की। उनके परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटियां हैं, जिन्होंने अपनी पढ़ाई के बाद अलग-अलग क्षेत्रों में कदम रखा और अपनी विशेष पहचान बनाई।
डॉ. सिंह की तीन बेटियां – उपिंदर सिंह, दमन सिंह, और अमृत सिंह – अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल कर चुकी हैं।
1. उपिंदर सिंह :
पेशा: इतिहासकार और शिक्षाविद
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डॉ. मनमोहन सिंह की सबसे बड़ी बेटी उपिंदर सिंह का जीवन मुख्यतः निजी है। वह मीडिया और सार्वजनिक जीवन से दूर रहती हैं। उनके जीवन और करियर से जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन यह कहा जाता है कि वह अपने परिवार के मूल्यों को प्रतिबिंबित करती हैं। उनकी सादगी और सामान्य जीवन उनके परिवार की परंपरा का हिस्सा है।
2. दमन सिंह
पेशा: लेखक
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दूसरी बेटी दमन सिंह एक लेखिका हैं और उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। उनकी प्रसिद्ध पुस्तक "स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन एंड गुरशरण" उनके माता-पिता के जीवन पर आधारित है। इस पुस्तक में उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह और गुरशरण कौर के निजी और पारिवारिक जीवन के अनछुए पहलुओं को प्रस्तुत किया है। इसके अलावा, उन्होंने कई अन्य साहित्यिक कृतियों पर भी काम किया है, जो सामाजिक और व्यक्तिगत पहलुओं को उजागर करती हैं।
3. अमृत सिंह
पेशा: मानवाधिकार वकील और शिक्षाविद
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सबसे छोटी बेटी अमृत सिंह एक प्रख्यात मानवाधिकार वकील हैं। उन्होंने मानवाधिकारों की रक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम किया है। अमृत अमेरिका में रहती हैं और वहां के कानूनी क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया है, जिनमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा शामिल है। उनकी पेशेवर उपलब्धियां उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाती हैं।
पारिवारिक मूल्यों का प्रभाव
डॉ. मनमोहन सिंह और गुरशरण कौर ने अपनी बेटियों को हमेशा नैतिकता और सादगी का महत्व सिखाया। उनका पारिवारिक माहौल ऐसा था, जिसने उनके बच्चों को ईमानदारी और अनुशासन का महत्व समझाया। यही वजह है कि उनकी तीनों बेटियां अपनी पहचान बनाने में सफल रही हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने अपने पारिवारिक मूल्यों को कभी नहीं छोड़ा।
डॉ. मनमोहन सिंह की बेटियां अपने जीवन और करियर में उनकी सादगी और नैतिकता का प्रतिबिंब हैं। उपासना, दमन और अमृत ने अपने-अपने क्षेत्रों में न केवल उपलब्धियां हासिल की हैं, बल्कि उन्होंने यह भी साबित किया है कि सादगी और मेहनत के बल पर जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचा जा सकता है। उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है।