Published on: January 21, 2025

राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध "मुगल गार्डन", जिसे अब "अमृत उद्यान" के नाम से जाना जाता है, 2 फरवरी 2025 से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इस शानदार उद्यान का भ्रमण सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक किया जा सकेगा। यह अवसर भारत के नागरिकों और पर्यटकों के लिए बेहद खास है, क्योंकि अमृत उद्यान में घूमने का अनुभव न केवल एक सांस्कृतिक यात्रा है, बल्कि यह प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व का अद्वितीय संगम भी है।
अमृत उद्यान का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
अमृत उद्यान का निर्माण राष्ट्रपति भवन के एक हिस्से के रूप में किया गया था और यह ब्रिटिश काल में भी एक महत्वपूर्ण स्थल था। इस उद्यान का डिज़ाइन भारतीय और पर्शियन वास्तुकला का अद्भुत मिश्रण है, जिसे प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार सर एडविन लुटियंस ने तैयार किया था। पहले इसे "मुगल गार्डन" के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसे "अमृत उद्यान" के नाम से जाना जाएगा। यह नाम भारत के स्वतंत्रता संग्राम और अमृत महोत्सव की भावना को व्यक्त करता है।
यह उद्यान लगभग 15 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें फूलों के विभिन्न प्रकार, हरे-भरे लॉन, और अद्वितीय वनस्पतियों का संग्रह है। वसंत ऋतु में यह उद्यान अपनी पूरी सुंदरता में खिल उठता है, जब विभिन्न फूल अपनी रंग-बिरंगी छटा बिखेरते हैं।

भ्रमण का समय और प्रवेश प्रक्रिया
अमृत उद्यान का भ्रमण 2 फरवरी से आम जनता के लिए उपलब्ध होगा। लोग इसे रोजाना सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक देख सकते हैं। उद्यान के भ्रमण के लिए आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट (https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in) पर जाकर पहले से ऑनलाइन टिकट बुक करना होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि प्रवेश सुव्यवस्थित और बिना किसी असुविधा के हो।
टिकट की कीमत सामान्यत: न्यूनतम होती है, और बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा। पर्यटकों को समय से पहले पहुंचने की सलाह दी जाती है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।
अमृत उद्यान के प्रमुख आकर्षण
- गुलाब और ट्यूलिप गार्डन: उद्यान में गुलाब और ट्यूलिप की लगभग 150 किस्में देखी जा सकती हैं।
- हर्बल और औषधीय गार्डन: इस गार्डन में विभिन्न औषधीय पौधे और हर्बल पौधे उगाए जाते हैं।
- स्पिरिचुअल गार्डन: इस क्षेत्र में तुलसी, बेला और अन्य धार्मिक महत्व के पौधे उगाए गए हैं।
- बॉन्साई गार्डन: छोटे आकार के पेड़ों की कलाकृतियां यहां विशेष आकर्षण हैं।
- म्यूजिकल फाउंटेन: यह जलप्रपात संगीत के साथ चलता है, जो एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है।
सुरक्षा और कोविड-19 गाइडलाइंस
कोविड-19 के दौरान लागू सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए, सभी आगंतुकों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का निर्देश दिया जाएगा। इसके अलावा, हाथ धोने और सैनिटाइजेशन की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
कैसे करें भ्रमण को यादगार
- फोटोग्राफी: अमृत उद्यान की सुंदरता को कैमरे में कैद करें।
- गाइडेड टूर: गाइडेड टूर के माध्यम से आप उद्यान के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- सुबह का समय: इस समय में फूल ताजे होते हैं और वातावरण शांत होता है, जो भ्रमण को और भी खास बना देता है।
- परिवार के साथ यात्रा: बच्चों और परिवार के लिए यह एक अच्छा शिक्षा और मनोरंजन का अवसर होगा।

अमृत उद्यान का भ्रमण न केवल भारतीय संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को समझने का अवसर है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा भी देता है। 2 फरवरी से राष्ट्रपति भवन का यह उद्यान आम जनता के लिए खोला जा रहा है, जो पर्यटकों और नागरिकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा। ऑनलाइन टिकट बुकिंग के माध्यम से अपनी यात्रा की योजना बनाएं और इस ऐतिहासिक स्थल का पूरा आनंद लें।