Published on: February 26, 2025

बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार आज होने जा रहा है। इस विस्तार में 7 नए विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। लंबे समय से इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब तस्वीर साफ होती नजर आ रही है। नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले ही एनडीए में वापसी की थी, और अब मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए वह सत्ता संतुलन बनाने की कोशिश करेंगे। बिहार की राजनीति में यह विस्तार कई मायनों में अहम माना जा रहा है।
किन विधायकों को मिलेगा मौका?
नीतीश कैबिनेट के इस विस्तार में किन चेहरों को जगह मिलेगी, इस पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर हैं। खबरों के मुताबिक, क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों का चयन किया गया है। बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है, और इस बार भी इसका पूरा ध्यान रखा गया है।
कुछ वरिष्ठ नेताओं को दोबारा मंत्री बनाया जा सकता है, जबकि कुछ नए चेहरों को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। खासकर भाजपा और जदयू के बीच तालमेल को देखते हुए दोनों दलों के विधायकों को मंत्री पद देने की संभावना है। इसके अलावा, एनडीए में शामिल अन्य छोटे दलों को भी संतुलन बनाए रखने के लिए प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार की राजनीतिक रणनीति
नीतीश कुमार का यह कैबिनेट विस्तार सिर्फ सरकार में खाली पदों को भरने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी है। जब से नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर फिर से भाजपा का दामन थामा है, तब से राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं। भाजपा और जदयू के बीच सत्ता संतुलन बनाए रखना नीतीश कुमार के लिए एक चुनौती रही है।
इस विस्तार के जरिए नीतीश कुमार अपने सहयोगियों को संदेश देना चाहते हैं कि सरकार स्थिर और मजबूत है। साथ ही, वह अपने कोर वोट बैंक को साधने की कोशिश करेंगे। माना जा रहा है कि इस विस्तार में ओबीसी, एससी-एसटी और अगड़ी जातियों को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा, ताकि सभी समुदायों को संतुष्ट किया जा सके।

मंत्रिमंडल में कितनी सीटें खाली?
संविधान के मुताबिक, बिहार सरकार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं, जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल होते हैं। मौजूदा समय में कैबिनेट में 29 मंत्री हैं, यानी अभी भी 7 पद खाली हैं। इस विस्तार के जरिए इन रिक्त पदों को भरा जाएगा।
राजभवन में होगा शपथ ग्रहण समारोह
सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह आज राजभवन में आयोजित किया जाएगा, जहां राज्यपाल नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा नेता, जदयू के वरिष्ठ पदाधिकारी और अन्य गठबंधन सहयोगी उपस्थित रहेंगे। समारोह को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और इसे लेकर सियासी सरगर्मी भी तेज हो गई है।
इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर विपक्ष ने भी सरकार पर निशाना साधा है। राजद, कांग्रेस और वामदलों ने इसे "सत्ता की बंदरबांट" करार दिया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार जनता से जुड़े मुद्दों को हल करने की बजाय अपनी गठबंधन राजनीति में उलझी हुई है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा,
"बिहार में बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई बढ़ रही है, अपराध के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार जनता की बजाय सिर्फ सत्ता समीकरण बैठाने में लगी है।"