Published on: April 11, 2025

नैनार नागेंद्रन, तमिलनाडु भाजपा के नए अध्यक्ष, एक अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं। तिरुनेलवेली विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे नागेंद्रन ने अन्नाद्रमुक में मंत्री पद भी संभाला था। 2017 में भाजपा में शामिल होने के बाद, उन्होंने पार्टी को राज्य में मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी जातीय पहचान, प्रभावशाली राजनीतिक नेटवर्क और नेतृत्व कौशल ने उन्हें यह जिम्मेदारी दिलाई। आइए जानते हैं उनके जीवन, करियर और राजनीतिक यात्रा के बारे में।
तमिलनाडु BJP में नेतृत्व परिवर्तन: नैनार नागेंद्रन को मिली कमान
भारतीय जनता पार्टी ने तमिलनाडु में संगठनात्मक बदलाव करते हुए नैनार नागेंद्रन को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इससे पहले यह जिम्मेदारी के. अन्नामलाई के पास थी, जिन्होंने हाल ही में कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि पार्टी को राज्य में अपेक्षित सफलता नहीं मिली, जिसके बाद नेतृत्व परिवर्तन का फैसला लिया गया।
नैनार नागेंद्रन: एक अनुभवी और ज़मीनी नेता
नैनार नागेंद्रन दक्षिण तमिलनाडु की राजनीति का जाना-पहचाना नाम हैं। वे पहले अन्नाद्रमुक (AIADMK) से भी जुड़े रह चुके हैं और 2010 में BJP में शामिल हुए थे। अपने क्षेत्रीय संपर्क और जमीनी पकड़ के लिए प्रसिद्ध नागेंद्रन को संगठनात्मक कामकाज का लंबा अनुभव है। वह वर्तमान में तिरुनेलवेली से विधायक हैं और राज्य विधानसभा में पार्टी का एक मजबूत चेहरा माने जाते हैं।

नैनार नागेंद्रन: सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीतिक नेता तक का सफर
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
नैनार नागेंद्रन का जन्म 1976 में तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के एक मध्यमवर्गीय दलित परिवार में हुआ। वे 'तेवर' समुदाय से आते हैं, जो तमिलनाडु में महत्वपूर्ण जातीय समूह है। उनकी जातीय पहचान ने राज्य की राजनीति में उनकी स्थिति को मजबूत किया है। उन्होंने स्थानीय स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और मदुरै कामराज यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर किया। छात्र जीवन से ही वे सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रहे और दलित अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहे।
राजनीति में प्रवेश
नागेंद्रन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2001 में भाजपा के युवा मोर्चा से की। धीरे-धीरे उन्होंने पार्टी में अपनी पहचान बनाई और 2014 में उन्हें तमिलनाडु भाजपा का दलित मोर्चा प्रमुख बनाया गया। इस दौरान उन्होंने राज्य भर में पार्टी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
क्यों चुना गया नागेंद्रन को?
भाजपा ने तमिलनाडु में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के लिए नेतृत्व में बदलाव किया है। के. अन्नामलाई के बाद नागेंद्रन को अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे कई कारण हैं:
वे क्षेत्रीय राजनीति की गहरी समझ रखते हैं।
तमिल भाषा व संस्कृति से उनका गहरा जुड़ाव है।
संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी स्वीकार्यता उच्च स्तर की है।
निष्कर्ष
नैनार नागेंद्रन की नियुक्ति BJP के लिए एक नए प्रयोग जैसी है। अगर वह तमिलनाडु में पार्टी को जमीन से जोड़ने में सफल रहे, तो 2026 के चुनाव में BJP एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। फिलहाल, सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या नागेंद्रन अन्नामलाई के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।यह बदलाव पार्टी के स्थानीयकरण (Localization) की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।