India Republic Day: 76वें गणतंत्र दिवस पर Google का खास डूडल: भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की अनोखी झलक

76th Republic Day

भारत ने 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। 1950 में इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने हमें लोकतांत्रिक गणराज्य का दर्जा दिया। इस वर्ष का गणतंत्र दिवस कई मायनों में खास है। इस बार के समारोह में कई नए पहलुओं और नवाचारों को शामिल किया गया है, जो इसे पिछले वर्षों से अलग बनाते हैं।

इस वर्ष गणतंत्र दिवस की थीम है – "स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास"। इस थीम के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास की उपलब्धियों को एक मंच पर लाया गया है। यह थीम भारत की प्रगति और अतीत के गौरव को जोड़ने का प्रयास है, जो युवाओं को प्रेरित करता है।

मुख्य अतिथि और अंतर्राष्ट्रीय संबंध

इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने शिरकत की। यह भारत और इंडोनेशिया के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने का संकेत है। दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

कर्तव्य पथ पर इस साल की परेड ने कई नए रिकॉर्ड बनाए। पहली बार तीनों सेनाओं की टुकड़ियों का नेतृत्व महिला अधिकारियों ने किया। सीमा सुरक्षा बल (BSF) की महिला ब्रास बैंड और महिला जवानों की झलक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह नारी सशक्तिकरण और लैंगिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

इसके अलावा, परेड में विभिन्न झांकियों ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और विकास को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया। उत्तर प्रदेश की झांकी में "महाकुंभ 2025" का भव्य चित्रण किया गया, जबकि हरियाणा की झांकी ने भगवद गीता के संदेश को दिखाया।

गूगल डूडल में दिखे भारत के विभिन्न प्रतीक

आज, 26 जनवरी 2025 को, भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर Google ने एक खास डूडल पेश किया है। इस डूडल में गणतंत्र दिवस परेड के विभिन्न पहलुओं को खूबसूरती से दर्शाया गया है, जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतीकात्मक तत्व और पशु शामिल हैं। इस अनोखे डूडल को पुणे के कलाकार रोहन दाहोत्रे ने डिजाइन किया है।

गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर, भारत की सांस्कृतिक विविधता और राष्ट्रीय गौरव को सम्मानित करने के लिए यह डूडल तैयार किया गया है। 26 जनवरी 1950 को भारत ने अपना संविधान अपनाया था, और तभी से यह दिन हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्रता का प्रतीक बन गया है।

इस डूडल के जरिये Google ने न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सराहा है, बल्कि देश की एकता और अखंडता का संदेश भी दिया है। यह डूडल भारत की विविधता और परंपराओं का उत्सव है, जो हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है।


 

प्रदर्शनियों और टेक्नोलॉजी का अद्भुत इस्तेमाल

इस साल के समारोह में ड्रोन शो और एयर शो ने सभी का ध्यान खींचा। 1,000 से अधिक स्वदेशी ड्रोन ने आकाश में भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों और गणतंत्र की गाथा को उकेरा। वहीं, भारतीय वायुसेना ने अपने अत्याधुनिक विमानों और कौशल का प्रदर्शन किया।

भोपाल और अन्य राज्यों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भारत की पारंपरिक कला और लोक संगीत को एक नई ऊंचाई दी। गोंड और कोरकू जनजातियों के लोकनृत्यों ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस साल पहली बार, गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम को ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) तकनीकों के जरिए लाइव स्ट्रीम किया गया। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की झांकी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका को दर्शाया गया, जो भारत के डिजिटल भविष्य की झलक थी।

 

इस वर्ष का गणतंत्र दिवस समारोह न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर और समृद्धि को दर्शाता है, बल्कि देश की नई उपलब्धियों और भविष्य के सपनों को भी आकार देता है। यह दिन हर भारतीय को न केवल अपने अधिकारों की याद दिलाता है, बल्कि कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक करता है।

भारत का 76वां गणतंत्र दिवस हमारे इतिहास और भविष्य का संगम है। यह दिन हर भारतीय को अपनी जड़ों पर गर्व करने और प्रगति की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

 

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