Published on: January 28, 2025

हाल ही में महाराष्ट्र के पुणे और सोलापुर जिलों में Guillain-Barre Syndrome (GBS) के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता गहरा गई है। पुणे में अब तक 111 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है और 17 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।सोलापुर में भी 9 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
Guillain-Barre Syndrome (GBS) क्या है?
Guillain-Barre Syndrome (GBS) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर तंत्रिका संबंधी विकार है, यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है। यह बीमारी आमतौर पर अचानक शुरू होती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो गंभीर हो सकती है। हाल ही में भारत में इस बीमारी के कुछ मामलों ने लोगों में चिंता पैदा कर दी है।

भारत में स्थिति:
हाल ही में, भारत में GBS के कुछ नए मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ध्यान खींचा है। ज़ीका वायरस और COVID-19 संक्रमण के बाद GBS के मामले बढ़ने की संभावना पर शोध किया जा रहा है। हालांकि, यह अभी भी दुर्लभ है और घबराने की आवश्यकता नहीं है।
लक्षण:
- शुरुआती लक्षण:
- पैरों और हाथों में झुनझुनी या सुन्नता।
- मांसपेशियों की कमजोरी।
- गंभीर लक्षण:
- चलने में कठिनाई।
- सांस लेने में परेशानी (यदि तंत्रिकाएं प्रभावित हो जाएं)।
- चेहरा या मांसपेशियों का लकवा।
- तेजी से प्रगति:
- लक्षण ऊपर की ओर (पैरों से शरीर के ऊपरी हिस्से तक) बढ़ सकते हैं।

Guillain-Barre Syndrome के कारण:
- GBS का सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन यह आमतौर पर वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण के बाद होता है।
- संभावित ट्रिगर:
- फ्लू या सामान्य सर्दी।
- ज़ीका वायरस।
- COVID-19 संक्रमण या कुछ मामलों में वैक्सीन से संबंधित (बहुत दुर्लभ)।