Published on: January 27, 2025

महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन जहां करोड़ों श्रद्धालुओं को गंगा किनारे लेकर आया, वहीं इसका आकर्षण अब अंतरिक्ष तक पहुंच गया है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से ली गई महाकुंभ की तस्वीरें चर्चा का विषय बन गई हैं। इन तस्वीरों में महाकुंभ का विशाल आयोजन, रंगीन रोशनी और गंगा किनारे फैले श्रद्धालुओं की भीड़ का अद्भुत नजारा कैद हुआ है।
अंतरिक्ष से कैसा दिखा महाकुंभ?
ISS पर मौजूद खगोलविदों ने जब भारत के उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की ओर कैमरा घुमाया, तो उन्हें गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर बसे इस पवित्र आयोजन की जगमगाहट दिखी।
- रोशनी का जादू: महाकुंभ के दौरान की गई रोशनी ने पूरे इलाके को एक चमकदार पटल में बदल दिया। यह नजारा अंतरिक्ष से एक विशाल प्रकाश पुंज जैसा दिखा।
- श्रद्धालुओं की भीड़: गंगा किनारे स्नान करते हुए करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।
अंतरिक्ष स्टेशन से ली गई इन तस्वीरों में नदी के किनारे बने टेंट, अस्थायी शहर और रोशनी से सजे घाट स्पष्ट दिखाई दिए।
2025 Maha Kumbh Mela Ganges River pilgrimage from the ISS at night. The largest human gathering in the world is well lit. pic.twitter.com/l9YD6o0Llo
— Don Pettit (@astro_Pettit) January 26, 2025

वैज्ञानिकों ने साझा की प्रतिक्रिया
ISS पर मौजूद वैज्ञानिकों ने कहा कि,
"महाकुंभ जैसा भव्य आयोजन न केवल धरती पर बल्कि अंतरिक्ष से भी शानदार दिखता है। यह भारतीय संस्कृति और सामूहिकता की एक अनोखी झलक है।" इससे पहले भी नासा और ESA (यूरोपियन स्पेस एजेंसी) ने भारत के प्रमुख आयोजनों की तस्वीरें खींची थीं, लेकिन महाकुंभ का यह दृश्य बेहद खास है।

तकनीक और महाकुंभ का मेल
महाकुंभ 2025 में तकनीक का अद्भुत समावेश देखने को मिला। ड्रोन कैमरों, सैटेलाइट मॉनिटरिंग और वर्चुअल लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इसे वैश्विक स्तर पर देखा गया।
- सैटेलाइट की नजर: महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट का उपयोग किया गया।
- डिजिटल कनेक्टिविटी: लाखों लोग वर्चुअल माध्यम से इस आयोजन से जुड़े।
भारत के लिए गर्व का क्षण
महाकुंभ का अंतरिक्ष से देखा जाना भारतीय संस्कृति की "वैश्विक पहचान" को दर्शाता है। यह न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि भारत की भव्य परंपराओं और उसकी आधुनिक तकनीकी क्षमताओं का प्रतीक भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि पर कहा कि,
"महाकुंभ की भव्यता को अंतरिक्ष से देखना भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का सम्मान है।"